भोपाल से लेकर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों तक संविदा कर्मचारी एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। अपनी मांगों को लेकर संविदा कर्मचारी 20 नवंबर को पूरे प्रदेश में “घंटी बजाओ आंदोलन” करेंगे। यह विरोध प्रदर्शन संविदा नीति में संशोधन और नियमितीकरण की मांग को लेकर किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने जानकारी दी कि आंदोलन के तहत प्रदेशभर में कर्मचारी घंटी, थाली, चम्मच और लोटा बजाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। राजधानी भोपाल में यह प्रदर्शन राज्य शिक्षा केंद्र के सामने होगा। राठौर ने कहा कि सरकार की मंशा संविदा कर्मचारियों के हित में है, लेकिन अधिकारी स्तर पर ही मंशा को अमलीजामा नहीं पहनाया जा रहा। यही वजह है कि अब कर्मचारी आवाज उठाने को मजबूर हुए हैं।
महासंघ ने अपनी प्रमुख मांगें सामने रखी हैं—
- प्रदेश के सभी ढाई लाख संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
- नए पद स्वीकृत किए जाएं।
- हटाए गए कर्मचारियों को पुनः नियुक्त किया जाए।
- नियमित कर्मचारियों की तरह महंगाई भत्ता दिया जाए।
- महिला संविदाकर्मियों को चाइल्ड केयर लीव का लाभ मिले।
प्रदेशभर में यह आंदोलन एकजुटता का प्रदर्शन होगा, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, राजस्व, एवं अन्य विभागों के कर्मचारी शामिल होंगे। संगठन का कहना है कि यदि सरकार ने जल्द उनकी मांगें नहीं मानीं, तो वे आगे आंदोलन को व्यापक स्वरूप देने पर विचार करेंगे।